राजस्थानी संस्कृति का संवाहक चेन्नई निवासी स्व . देवराजजी जैन का संयुक्त परिवार
जिस प्रकार इस चित्र में श्रीमती मोहिनी बाई देवराजजी खांटेड़ ( जैन )
के आठ पुत्र और आठों पुत्रवधुएं एक साथ बैठे हैं वास्तविक जीवन में भी
इसी प्रकार हिल मिल कर प्यार पूर्वक रहते हैं . आज के दौर में ऐसा बहुत
कम देखने को मिलता है
-अलबेला खत्री
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